बिहार महागठबंधन में टूट को लेकर आ रही खबरों के बीच कल देर शाम नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की हुईं. बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में हमलोग साथ रहे और चुनाव लड़े। गोलबंद रहे। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से चर्चा थी कि गठबंधन टूटेगा, तो यह खबरें भाजपा के एजेंडे पर चलायी जाती रही। हमलोगों में किसी भी चीज पर दरार नहीं है। हमलोग हमेशा से एक दूसरे को अंडरस्टैंड करते रहे। हमारा मुख्य एजेंडा बीजेपी को रोकना है।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में बिहार आता है। बिहार चौंकाने वाला रिजल्ट देगा। हम लोगों में सीटों को लेकर अंडरस्टैंडिंग बन चुकी है। एकाध दिन में सारी चीजें साफ हो जाएंगी। हमलोग सहमत हैं कि लेफ्ट, कांग्रेस और आरजेडी साथ लडे़ंगी। सभी को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। पटना में हमलोग इसकी घोषणा करेंगे।
बता दें कि बिहार के महागठबंधन के बीच कई सीटों को लेकर असहमति बनी हुई है। औरंगाबाद सीट को कांग्रेस परंपरागत रूप से अपना बता रही है। लेकिन कांग्रेस को झटका देते हुए औरंगाबाद सीट से राजद ने अपना उम्मीदवार दे दिया है। राजद ने यहां से अभय कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। कांग्रेस यहां से निखिल कुमार मैदान में उतरना चाहती थी। वहीं पूर्णिया सेट को लेकर भी राजद और कांग्रेस में पेंच फंसा हुआ है।
दरअसल, बिहार में महागठबंधन के पांच घटक दलों में सीट बंटवारा होना है। सीट बंटवारे को लेकर अभी तक न तो पूरी सहमति बनी है और न ही इसका कोई औपचारिक ऐलान किया गया है। गठबंधन के कुछ दलों ने कई सीटों पर उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह देना भी शुरू कर दिया है। इससे गठबंधन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, राजद और कांग्रेस की ओर से सभी बातें सामान्य होने का दावा किया जा रहा है।