मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के लिए अभी समय कुछ सही नहीं चल रहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू छोड़ने के बाद नए राजनीतिक दल का गठन कर दिया। वहीं कुछ दिनों पहले जदयू की पूर्व सांसद मीना सिंह ने भी जदयू से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के समय से ही उनका झुकाव भाजपा की तरफ लग रहा था। आखिरकार आज उन्होंने भजपा का दामन थाम ही लिया। वो भारी संख्या में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गई हैं।
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‘JDU में नहीं हो रही थी पूछ’
दरअसल आज भजपा की तरफ से पटना के ज्ञान भवन में सुषमा स्वराज पुरस्कार वितरण सह सदस्यता ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में भजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी की मौजुदगी में मीना सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर मीना सिंह ने बताया कि जदयू में उनकी पूछ नहीं हो रही थी। इसके बाद भी अगर वो जदयू में रहती तो जनता के साथ नाइंसाफी होती। इसलिए उन्होंने जदयू को छोड़ने का निर्णय लिया और अब भाजपा में शामिल हो रही हैं। बता दें कि उनके मीना सिंह के साथ उनके बेटे विशाल सिंह भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
बिक्रमगंज और आरा से रही सांसद
पूर्व सांसद मीना देवी ने 3 मार्च को जदयू से इस्तिफा दे दिया था। बता दें कि दो बार जदयू के टिकट पर सांसद बन चुकी हैं। दरअसल मीना देवी के पति बिक्रमगंज के सांसद हुआ करते थे। सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु के बाद साल 2008 में बिक्रमगंज में उपचुनाव हुआ। जिसमें जदयू ने मीना देवी को टिकट दिया। पहली बार चुनाव मैदान में उतरी मीना देवी ने सहानुभूति की लहर में जीत हासिल कर ली। वहीं 2009 के लोकसभा चुनाव में वो जदयू के टिकट पर आरा से सांसद चुनी गई। हालंकि साल 2014 और 2019 में उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा।