जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड के मंजोष और भट्टा गांव में लौह अयस्क के खनन की कवायद जल्द ही शुरू होने वाली है। खनन एवं भूतत्व विभाग द्वारा लौह अयस्क के खनिज ब्लॉक के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
विभाग का दावा है कि जमुई के सिकंदरा प्रखंड में लौह अयस्क के दो भंडार पाए गए हैं। मंजोष में करीब 45 मिलियन टन लौह अयस्क मैग्नेटाइट का भंडार है, जिसका अनुमानित मूल्य करीब 2500 करोड़ रुपये है। वहीं भट्टा गांव में भी 6 मिलियन टन लौह अयस्क के भंडार की पुष्टि हुई है।
खनन के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा सर्वेक्षण के बाद भारत सरकार ने इसे बिहार सरकार को सौंप दिया है। बिहार सरकार मंजोष गांव में खनिज ब्लॉक का निर्माण कर लौह अयस्क के खनन की तैयारी में जुटी हुई है। खनिज ब्लॉक के लिए टेंडर की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। अचार संहिता के कारण कार्य में विलंब हुआ था, लेकिन चुनावी प्रक्रिया खत्म होने के बाद जून माह में टेंडर निकाला जाएगा। 2024 के अंत तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और खनन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
खनन के लिए प्रारंभिक दौर में 85 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। 85 हेक्टेयर जमीन में घेराबंदी कर माइनिंग एक्टिविटी संचालित किया जाएगा। अधिग्रहण में जिनकी जमीन जाएगी उन किसानों को भारत सरकार द्वारा तय मापदंड के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। विस्थापित होने वाले परिवारों को पुनर्स्थापित किया जाएगा।
खनन विभाग के सचिव धर्मेंद्र कुमार सिंह ने शुक्रवार को मंजोष गांव पहुंचकर लौह अयस्क के संभावित खनन का जायजा लिया। उन्होंने खनिज ब्लॉक एक्टिविटी के लिए चिह्नित भूमि का निरीक्षण किया और आबादी वाली भूमि को कम-से-कम प्रभावित करने का निर्देश दिया।